गत 18 अप्रेल को अशोक परनामी ने भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। गजेंद्र सिंह शेखावत, सुरेंद्र सिंह पारीक, श्रीचंद्र कृपलानी और अर्जुन राम मेघवाल का नाम भी सामने आया, लेकिन किसी भी नाम पर सहमति नहीं बन पाई।
मदनलाल सैनी झुंझुनूं के गुढ़ा (उदयपुरवाटी) विधानसभा से विधायक रहे हैं। इसके बाद इन्होंने झुंझुनूं लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लड़ा, लेकिन बहुत कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा। सैनी जनसंघ के समय से राजनीति में सक्रिय है। पूर्व में भारतीय मजदूर संघ से जुड़कर काम किया। भाजपा प्रदेश महामंत्री, अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष रहे। सैनी वर्तमान में भी भारतीय जनता पार्टी की अनुशासन समिति का काम देख रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश प्रशिक्षण प्रभारी की जिम्मेदारी भी इनके पास है।
– सैनी के प्रदेश अध्यक्ष बनने से सीकर की राजनीतिक पकड़ मजबूत होगी। इसके साथ ही पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता व पदाधिकारियों को तवज्जो मिलेगी। पार्टी नेताओं का कहना है कि सैनी का कार्यकर्ताओं से जुड़ाव बना हुआ है।