“राजस्थानी लोक नृत्यों में एक गवरी नृत्य (gavri dance) , मेवाड़ की अनूठी पहचान और हिंदू धर्म-संस्कृति का गहरा प्रतीक माना जाता है। इस नृत्य के माध्यम से शिव और शक्ति की भक्ति भावना का अद्भुत प्रदर्शन किया जाता है। गवरी नृत्य के खेल मंचन में देवी-देवताओं के विभिन्न प्रसंगों को जीवंत रूप से दर्शाया जाता है।”
“राजसमंद जिले के बोरज गांव (boraj) में हाल ही में गवरी का आयोजन किया गया, जहाँ गवरी टीम ने शानदार नृत्य का प्रदर्शन किया। इस नृत्य में भगवान शिव द्वारा भस्मासुर को आशीर्वाद देने और भगवान विष्णु द्वारा मोहिनी रूप धारण कर भस्मासुर का वध करने जैसे ऐतिहासिक प्रसंगों को प्रस्तुत किया गया।”
“इस आयोजन में बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों ने भाग लिया और इस अद्भुत प्रदर्शन का आनंद लिया।”
“गवरी नृत्य, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का एक अनमोल हिस्सा है।”