टिकटों को लेकर कार्यकर्ताओं में बेचैनी बरकरार
विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो चुकी है, जबकि 19 नवंबर को नामांकन जमा कराने का आखिरी दिन.



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सुमेरपुर क्षेत्र से अब तक ये रहे एमएलए
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सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव वर्ष 1962 से शुरू हुए। पहले चुनाव में 1962 में आदीराम ने कांग्रेस से, 1967 में फूलचंद बाफना एसडब्ल्यूटी से, 1972 में साजनसिंह ने कांग्रेस से, 1977 विज्ञान मोदी ने जनता दल से, 1980 में गोकुलचंद शर्मा ने कांग्रेस (आई) से, 1985 में बीना काक ने कांग्रेस से, 1990 में गुलाबसिंह ने बीजेपी से, 1993 में बीना काक ने कांग्रेस से, 1998 बीना काक ने कांग्रेस से, 2003 में मदन राठौड़ ने बीजेपी से, 2008 में बीना काक ने कांग्रेस से एवं 2013 में मदन राठौड़ ने बीजेपी से चुनाव लड़कर जीत हासिल की है। अबतक के आकड़ों पर अगर नजर डाले तो सबसे ज्यादा 7 बार कांग्रेस ३ बार भाजपा व् बाकि अन्य पार्टियों ने विजय हासिल की है,
यही वजह है की दोनों पार्टियां अबकी बार अपनी पूरी रणनीति के साथ मैदान में उतरना चाहती है इसीलिए अब तक किसी भी पार्टी ने अपने पते नहीं खोले है, अब बात करते है इस क्षेत्र से इच्छुक उम्मीदवारों की तो यह लिस्ट काफी लम्बी है दोनों ही पार्टियों में बहुत से ऐसे नेता है जो इस सीट से चुनाव लड़ने की चाहत रखते है , तो आईये जानते है वो कौन कौन से नेता है जो इस सीट से चुनाव लड़ना चाहते है , भाजपा से वर्तमान विधायक मदन राठोड, जोराराम कुमावत, नारायणलाल कुमावत,
कांग्रेस से बीना काक, सीरवी समाज के धर्मगुरु माधव सिंह दीवान और अन्य कई नेता दावेदारी कर रहे है