ईमानदारी,मेहनत व कर्मठता सीरवी समाज की पहचान : माधवसिंह दीवान 

   बेंगलोर। आईमाताजी के बताए मार्ग पर चलते हुए सीरवी समाज ने धर्म की डोर को मजबूती से पकड़ रखा है। समाज के लोग जहाँ भी बसे हैं वहाँ पर माताजी के मन्दिरों का निर्माण करवाकर अपनी संस्कृति से जुड़े हुए हैं। आईमाताजी की कृपा और अपनी कर्मठता से समाज के लोगों ने कारोबार के क्षेत्र में अपनी कामयाबी की अनूठी मिसाल कायम की है। कारोबार का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जिसमें सीरवी समाज के लोगों की पहुँच न हो।
   यह बात आईपंथ एवं सीरवी समाज के धर्मगुरु दीवान श्री माधवसिंहजी ने रविवार को दक्षिण अयोध्या खेल मैदान में सीरवी सेवा संघ ट्रस्ट लिंगराजपुरम द्वारा आयोजित श्री आईमाता मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रथम वर्षगांठ समारोह में अपने उद्बोधन में कही।
   उन्होंने कहा कि शिक्षा की दृष्टि से पिछड़े होने के बावजूद सीरवी समाज के लोगों ने आर्थिक प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ते हुए यह साबित कर दिखाया है कि जो लोग धन आने पर भी धर्म का मार्ग नहीं छोड़ते उन पर माताजी की मेहरबानी हमेशा बनी रहती है। धर्म के मार्ग पर चलने से मानव जीवन का कल्याण निश्‍चित है। आईमाताजी की कृपा से समाज दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। 

   धर्मगुरु ने कहा कि अब समाज के लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में भी आगे बढ़कर कार्य करने की आवश्यकता है। समाज की सभी संस्थाएं एकजुट होकर इस दिशा में कोई बड़ी पहल करें। 
   सीरवी सेवा संघ लिंगराजपुरम इसकी शुरुआत करे। इस अवसर पर मारवाड़ से पधारे जैतारण के विधायक श्री अविनाश गेहलोत ने अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री आईमाताजी की कृपा, धर्मगुरु दीवान श्री माधवसिंहजी के आशीर्वाद और सीरवी समाज सहित छत्तीस कौम के लोगों के अपार स्नेह व अपनत्व के बल पर ही विधायक बनकर जैतारण के लोगों की सेवा करने का अवसर मिला है। आपके इस उपकार को कभी नहीं भूलूँगा और जनप्रतिनिधि के रूप में आप सबकी सेवा के लिए सदैव तत्परता के साथ काम करता रहूँगा। चुनाव से पूर्व माताजी के दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया था और उनकी कृपा का फल भी प्राप्त हुआ। आज सबके बीच आकर मुझे अपार प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। 
   सोजत की विधायिका श्रीमती शोभा चौहान एवं श्री राजेश चौहान ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे।     

    इससे पूर्व प्रात:काल 9.15 बजे के.एस.एफ.सी. लेआउट लिंगराजपुरम स्थित श्री आईमाताजी मन्दिर के शिखर पर धर्मगुुरु दीवान माधवसिंहजी के पावन सानिध्य में ध्वजा लाभार्थी श्रीमती ढगलीबाई- चेलाराम राठौड़ परिवार देवरिया वालों द्वारा ध्वजारोहण किया गया तो श्री आईमाताजी, आईपंथ व धर्मगुरु दीवान साहब की जय के जयकारों की गूँज से आसपास का वातावरण गुँजायमान हो उठा। 

    इसके बाद बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने माताजी की पूजा-अर्चना और दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। तत्पश्‍चात दक्षिण अयोध्या खेलकूद मैदान परिसर में अतिथियों एवं सीरवी सेवा संघ के पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलन के प्रथम वर्षगांठ समारोह का मंचीय कार्यक्रम शुरु हुआ। धर्मगुरु दीवान साहब के राजस्थान के पाली जिले की सोजत विधानसभा क्षेत्र की विधायिक श्रीमती शोभा चौहान, जैतारण के विधायक अविनाश गेहलोत, आई.ए.एस. श्री राजेश चौहान मुख्य अतिथि के रूप में मंचासीन हुए। इसके साथ ही मारवाड़ से पधारे समाज के सम्मानित बुजुर्ग एवं विभिन्न क्षेत्रीय बडेरों के अध्यक्ष, सचिव एवं अन्य प्रतिनिधिगण भी विराजमान थे। 
    संघ के अध्यक्ष  पी. लक्ष्मण पंवार ने अपने स्वागत भाषण में धर्मगुरु सहित सभी पधारे हुए महंगे मेहमानों एवं समाजजनों का स्वागत किया। अतिथियों के स्वागत की कड़ी में सर्वप्रथम संघ की ओर से अध्यक्ष पी. लक्ष्मण पंवार, उपाध्यक्ष  नारायणलाल परिहार एवं रतनलाल गेहलोत, सचिव  अमरचन्द सानपुरा, कोषाध्यक्ष  बाबूलाल गेहलोत सहित समस्त कार्यकारिणी सदस्यों ने मिलकर धर्मगुरु दीवान  माधवसिंहजी का स्वागत किया। इसके पश्‍चात श्रीमती शोभा चौहान, अविनाश गेहलोत,  राजेश चौहान, पूर्व स्थानीय पार्षद  गणेश रेड्डी सहित सभी अन्य अतिथियों व क्षेत्रीय बडेरों के पदाधिकारियों का भी माल्यार्पण, शाल्यार्पण एवं साफा पहनाकर स्वागत किया गया और भेंट स्वरूप स्मृति चिह्न भी प्रदान किया गया। 
    इसके बाद शुरू हुआ संघ की ओर से प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की बोलियों के बोलीदाताओं व कार्यकर्ताओं के स्वागत का कार्यक्रम, जिसमें सबसे पहले श्री आईमाता मंदिर की ध्वजा के लाभार्थी राठौड़ परिवार का धर्मगुरु दीवान माधवसिंहजी के करकमलों से सीरवी सेवा संघ की समस्त कार्यकारिणी की उपस्थिति में सम्मान किया गया। श्रीमती ढगलीबाई- चेनारामजी राठौड़ ने अपने पुत्रों  बाबुलाल, तुलसाराम,  हनुमानराम,  धर्माराम,  दुर्गाराम राठौड़ एवं पूरे परिवार के साथ सम्मान ग्रहण कर धर्मगुरु का आशीर्वाद प्राप्त किया। बोलीदाताओं एवं सेवा संघ के कार्यकर्ताओं के स्वागत का यह सिलसिला देर शाम तक चला। इस दौरान धर्मगुरु के करकमलों से सभी बोलीदाताओं व कार्यकर्ताओं का माला, शाल व स्मृति चिह्न के साथ साफा पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन चिमनाराम पंवार ने किया। सचिव  अमरचन्द सानपुरा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।   
  दो दिवसीय प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव समारोह रविवार को सम्पन्न हुआ। पहले दिन श्री आईमाता टेम्पल रोड के बोर्ड से श्री आईमाता मन्दिर तक शोभा यात्रा निकाली गई, जो विभिन्न मार्गों से होकर गुजरते हुए मंदिर पहुँची जहाँ पारंपरिक तरीके से धर्मगुरु दीवान साहब का बधावा किया गया।           इसके पश्‍चात रात्रि 8.15 बजे से दक्षिण अयोध्या मैदान परिसर में सत्संग-भजन कार्यक्रम प्रारंभ हुआ, जिसमें भजन गायक कलाकार शैतानसिंह एण्ड पार्टी द्वारा सुमधुर भजनों की प्रस्तुति देकर भक्ति की रमझट मचाई। भजन गायकों ने एक से बढ़कर एक माताजी के भजन सुनाए और यह सिलसिला भोर तक चलता रहा।                                                                                                                                

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