दशा माता व्रत के फायदे | Dasha Mata Vrat Ke Fayade
दुनिया में हर इंसान दुखी होता है कभी न कभी, या उसपे कोई संकट आ जाता है, जिसकी दशा सही नहीं चल रही होती है, उसपे मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है, वो कितने भी उपाय कर लेता है लेकिन, वो परेशानियों से बाहर नहीं निकल पाता, ऐसे में सिर्फ एक ही रस्ता दिखाई देता है, और वो है माँ दशा (dasha mata) की शरण.
कहते है की जो इंसान पूरी श्रद्धा व भक्ति भाव से माता का व्रत (dasha mata ka vart) करता है, उसकी ख़राब दशा दूर हो जाती है, और दशा माँ की कृपा हमेशा उस पर बनी रहती है.
ये व्रत दस दिनों तक चलता है, और माता की पूजा आरती व भजन गाए जाते है, मैया को भोग लगाया जाता है, माँ का सिंगार किया जाता है, और अपने दुःख दूर करने के लिए माँ से प्रार्थना की जाती है.
इस व्रत को करने वाली महिलाओ को दिन में एक बार अन्न ग्रहण करना होता है, और साथ ही नमक का सेवन नहीं किया जाता, ये व्रत जिंदगी भर किया जाता है, जब तक आपका शरीर साथ दे तब तक आप कर सकते है.
इस व्रत को अगर पुरे विधि विधान से किया जाए, तो माँ दशा की कृपा आप पर बनी रहती है, और सारे दुःख तकलीफ बहुत जल्दी समाप्त हो जाती है, और आपको सुख शांति और धन का लाभ होता है, और आपकी जो भी मनोकामनाए होती है वो पूर्ण होने लगती है.
इस व्रत में दशा माँ की कथा सुननी होती है, और माँ को नैवैध धर के, पुष्पों व धुप दीप से पूजा करनी होती है, आप नियम पूर्वक अगर ये व्रत सच्चे दिल से करते है, तो दशा माता (dasha mata vart) की कृपा आप पर अवश्य होती है.