परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय हेमप्रभ सूरीश्वरजी महाराज (surishwarji maharaj,) गुजरात के नवसारी में देवलोक गमन, श्री आदिनाथ जैन श्वेतांबर मूर्ति पूजक संघ नवसारी के श्री संघ में आचार्यश्री ने समाधी पूर्वक नवकार मन्त्र का स्मरण करते हुए शाम को करीबन 6 बजे के आसपास कालधर्म हो गए ,
जैन समाज में शोक की लहर, आचार्य हेमप्रभ सूरीश्वरजी महाराज ने समाधि पूर्वक किया देवलोक गमन
- परम पूज्य आचार्य
- हेमप्रभ सूरीश्वरजी महाराज
- का देवलोक गमन,
- नवसारी में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
नवसारी विधि विधान के साथ आचार्यश्री का पार्थिक शरीर अंतिम दर्शन के लिए भक्तों के लिए रखा, तात पश्यत गाजे बाजे के साथ आचार्यश्री को पालखी में विराजमान कर मोक्षधाम की और रावण हुए, अंतिम यात्रा में अपार श्रद्धालु मौजूद थे ऐसा लग रहा था की मानों पूरा शहर आचार्यश्री का अनितम दर्शन करने उमड़ पड़ा हो,
पको बतादे की आचार्यश्री का जन्म अहमदाबाद के करोली गांव में हुआ था, निर्मल एव सरलता के गुणनिधि पूजयश्री वर्तमान में करीबन 500 साधु साध्वीजी भगवंतों का योगक्षेम कर रहे थे,
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