व्यक्ति स्वयं सुधर जावे तो समझो जग सुधर गया ….
राजस्थान / हनुमतनगर स्थित ताराराम नारायणलाल गहलोत के नवनिर्मित भवन ग्रह प्रवेश के शुभ अवसर पर आयोजित धर्म सभा में आई पंथ के धर्मगुरु माधव सिंह दीवान साहब ने कहा कि परिवर्तन संसार का नियम है जैसे जैसे समाज परिवर्तन होता है उसी अनुरूप आवश्यकता अनुसार रीती रिवाजों में बदलाव होना जरुरी है। समय-समय पर सामाजिक सम्मेलन आयोजित कर विचार विमर्श सहित मंथन कर समाज सुधार हेतु नियम बनाने जाये ताकि स्वयं की मांग अनुरूप समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं आदिवादी परंपराओं सहित अन्धविश्वास मिटाने के साथ जागरूकता जाये। जिसमें विशेषतौर से मादक पदार्थों तथा अफीम-डोडा पोस्त की सामाजिक आयोजनों में सार्वजनिक रूप से मनुहार भावी सेवन की परंपरा को बंद करना तथा मृत्यु भोज व गंगा प्रसादी का आयोजन को भी समय की मांग को देखते हुए बंद करना प्रमुख है। साथ ही कहा कि समाज सुधार की कड़ी मैं अगर व्यक्ति स्वयं सुधर जावे तो समझो जग सुधर गया अर्थात स्वयं परिवर्तन से विश्व परिवर्तन हो सकता है। इसीलिए आप सभी अपने घर से ही समाज सुधार के प्रयास जारी रखें।
इस अवसर पर इस आयोजन को नशा मुक्त आयोजन रखने के लिए गहलोत परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए राष्ट्रीय समन्वयक नशामुक्ति एवं समाज सुधार अभियान गोपाराम चौधरी ने कहा कि पिछले 12 वर्षों से जारी इस अभियान से परिवर्तन तो आया है लेकिन अभी भी काफी कुछ किया जाना बाकी है। अब तक विस्तॄत समझाइस के बाद अफीम डोडा पोस्त की मनवार नहीं करने का संकल्प दिलवाया। इस अवसर पर थानाराम गहलोत, विरमराम सोलंकी, प्रेमकिशोर वर्फा, हेमंतकुमार गादाणा, पुनाराम भायल, फाउलाल परिहार, नारायणलाल, जोगाराम परिहार, कमल किशोर आदि बड़ी संख्या में महिलाओं सहित गणमान्य महानुभाव मौजूद रहे।
प्रेषक: गोपाराम चौधरी – राष्ट्रीय समन्वयक नशामुक्ति एवं समाज सुधार अभियान