(फोटो सोर्स- mybigguide.com)

    फेसबुक डाटा लीक मामला उजागर होने के बाद इस सोशल मीडिया कंपनी के मालिक  मार्क जकरबर्ग बैकफुट पर हैं। अब मार्क ने अमेरिकी सीनेट में हाजिर होकर माफी मांगी है। फेसबुक न केवल अपने यूजर्स के डाटा का सौदा करने लगी है, बल्कि घुसपैठ भी करती है। ताजा खुलासा यह है कि कोई यूजर फेसबुक से लॉग आउट कर लेता है तो भी कंपनी इस पर नजर रखती है कि वह शख्स कौन-कौन सी बेवसाइट्स देख रहा है।

यूएसए टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक के कर्मचारी यह घुसपैठ करते हैं। उन यूजर्स पर भी नजर रखी जाती है, जिनका फेसबुक में कम इंटरेस्ट है। यह जासूसी इसलिए की जाती है, ताकि यूजर्स की पसंद-नापसंद का पता लगाकर उसके अनुसार उन्हें विज्ञापन दिखाए जा सकें।
कंपनी की यह पॉलिसी कारगर साबित हुई है, क्योंकि पिछले साल फेसबुक की विज्ञापनों से मिलने वाली रिवेन्यु थी 40 बिलियन डॉलर। ग्लोबल डिजिटल एडवर्टाइजिंग मार्केट में फेसबुक अभी गूगल के बाद दूसरे नंबर पर है। 
  यूजर्स की जानकारी के बगैर फेसबुक यह जासूसी कर रहा है, जो कि गैर-कानूनी है। यूजर्स का डाटा हासिल करने के लिए फेसबुक दो प्रकार के कुकिज का इस्तेमाल करता है। जैसे ही यूजर इस पर क्लिक करता है, उसकी डिटेल्स कंंपनी को भेज दी जाती है।

हालांकि कंपनी पहले सफाई दे चुकी है कि वह सिक्यॉरिटी के लिए ऐसा करती है। उसका उद्देश्य प्लग-इन की क्लालिटी सुधारना है, न कि किसी तरह सूचना चोरी करना।
भारतीयों पर भी खतरा

हाल ही में खुलासा हुआ है कि फेसबुक के 8.7 करोड़ यूजर्स का निजी डाटा गैरकानूनी तरीके से ब्रिटिश कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका से साझा किया गया है। यह आंकड़ा पहले बताए गए पांच करोड़ यूजर्स के डाटा से कहीं अधिक है। फेसबुक के चीफ टेक्नोलाजी अफसर माइक श्रोफर ने बताया था कि इन यूजर्स में ज्यादातर अमेरिकी हैं। जिन लोगों का डाटा शेयर होने की बात कही गई है उनमें से 5लाख भारतीय हो सकते हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *